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‘जो लोग मुझे जानते हैं वे कहते हैं कि मेरी पहचान मेरी जिज्ञासा और सीखने की उत्कंठा है. मैं जितनी किताबें पढ़ सकता हूं उससे कहीं ज्यादा किताबें खरीदता हूं. मैं जितने ऑनलाइन कोर्स कर सकता हूं उससे कहीं ज्यादा कोर्सों में दाखिला लेता हूं…..जिज्ञासा और ज्ञान की भूख ही मुझे परिभाषित करती है’. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ का पद ग्रहण करने के बाद सत्या नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट के सभी कर्मचारियों को एक ईमेल लिखा जिसमें उन्होंने अपने निजी जीवन से जुड़ी हुई उपर्युक्त लिखी गई बातों का जिक्र किया.
सत्या नडेला से पहले माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ का पद स्टीव बामर के नाम था और सत्या नडेला सीईओ बनने से पहले माइक्रोसॉफ्ट के ‘क्लाउड एंड एंटरप्राइज’ के प्रमुख थे. ये विभाग कंपनी के कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म और डेवेलपर उपकरणों को बनाता और चलाता है. अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि ‘भारतीय-अमरीकी मूल के इंजीनियर सत्या नडेला टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की उस कुर्सी पर बैठेंगे जिस पर कभी बिल गेट्स बैठते थे. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के 38 वर्षों के इतिहास में सत्या नडेला तीसरे सीईओ हैं. उनसे पहले ये पद केवल स्टीव बामर और कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स के पास था’.
46 वर्षीय सत्या नडेला का जन्म भारत के हैदराबाद में हुआ और वहीं उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली. उसके बाद सत्या नडेला ने मनिपाल यूनिवर्सिटी से सूचना और प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. अमरीका जाने के बाद उन्होंने विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ साइंस और शिकागो यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. साल 1992 में सत्या नडेला माइक्रोसॉफ्ट कंपनी से जुड़े और तब से अब तक उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में कई उत्पादों का नेतृत्व किया जैसे विंडो ‘सर्वर’, ‘डेवलपर्स टूल’ और कुछ ऐसे थे जो बाजार में बहुत अच्छा नहीं कर पाए जैसे ‘बिंग’. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीईओ के तौर पर सत्या नडेला को 12 लाख डॉलर की सालाना बेस सैलरी दी जाएगी जो कि उनसे पहले के सीईओ स्टीव बामर की सैलरी से 70 प्रतिशत ज़्यादा है. हालांकि बोनस और अन्य मुनाफ़े मिलाकर पहले साल उन्हें करीब एक करोड़ 80 लाख डॉलर की सैलरी दी जाएगी.
वैसे आपको बता दें कि सत्या नडेला को ‘क्लाउड गुरु’ भी कहा जाता है. क्लाउड उस सेवा को कहते हैं जो इंटरनेट पर पूरी तरह से चलती है और उससे संबंधित सेवाएं या कंप्यूटर फाइल इंटरनेट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने से प्रयोग की जा सकती हैं. सत्या नडेला क्रिकेट में काफी खास रुचि लेते हैं और उन्हें बचपन में क्रिकेट खेलने का जुनून था. सत्या नडेला ने अपने जीवन में जो मुकाम हासिल किया उसके पीछे केवल एक मात्र कारण है उनकी हर चीज को जानने की जिज्ञासा.
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