Menu
blogid : 318 postid : 621891

कभी भी रतन टाटा बनने की कोशिश मत करना

अर्थ विमर्श
अर्थ विमर्श
  • 173 Posts
  • 129 Comments

‘जिंदगी में हर वस्तु सरलता से नहीं मिलती है, उसके लिए काम के प्रति निष्ठा और मंजिल तक पहुंचने का जुनून होना चाहिए. मैं फैसले लेता हूं बाद में उसे सही बना देता हूं’ ऐसा रतन टाटा का मानना है. उनका कहना है कि हर व्यक्ति सपने देखता है पर सपने सच उन्हीं के होते हैं जो सपनों के पीछे दौड़ते हैं और तब तक भागते हैं जब तक कि सपने सच ना हो जाएं.


ratan tata


28 दिसंबर साल 1937 को रतन टाटा का जन्म हुआ. उन्होंने अपनी जिंदगी को हमेशा चुनौती दी. सपने सच करने की चुनौती, मंजिल के पीछे दौड़ने-भागने की चुनौती और किसी भी हालात में हार ना मानने की चुनौती. साल 1991 में रतन टाटा को ‘टाटा’ समूह का नेतृत्व सौंपा गया था. रतन टाटा के पूर्ववर्ती ‘जेआरडी टाटा’ को उद्योगों का पुरोधा समझा जाता था. जेआरडी ने सरकारी नियंत्रण जैसे बेहद मुश्किल भरे दौर में भी न केवल कंपनी की अगुआई की थी बल्कि उसे आगे भी बढ़ाया था. लेकिन 80 के दशक के आखिर तक जेआरडी का नेतृत्व कमज़ोर पड़ने लगा था. उस समय रतन टाटा ने टाटा समूह का नेतृत्व संभाला.


टाटा समूह के ‘रत्न’ हैं रतन टाटा


रतन टाटा के सफलता पाने के टिप्स को अनुसरित करते हुए टाटा समूह अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों इंफोसिस और विप्रो की तुलना में कहीं ज्यादा तेजी से विकास करने लगा और जब 28 दिसम्बर, 2012 को अपने 75वें जन्मदिन के मौके पर रतन टाटा ‘टाटा उद्योग समूह’ के चेयरमैन पद से रिटायर हुए तथा उत्तराधिकारी के रूप में सायरश मिस्त्री का चयन किया तो उस समय टाटा समूह की सालाना बिक्री 100 अरब डॉलर तक जा पहुंची थी.


RATAN TATA pic


रतन टाटा के सफलता प्राप्त करने के टिप्स


  • यदि जीवनमें सफल होना है तो सफल व्यक्ति की तरह काम करना चाहिए और उसकेबताए रास्तेपर चलना चाहिए पर रतन टाटा ऐसा नहीं मानते हैं उनका कहना है कि ‘प्रत्येक व्यक्ति में कुछ विशेष गुणएवंकुछ विशेष प्रतिभाएं होती हैं इसलिए व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने के लिए अपने गुणों की पहचान करनी चाहिए’. यहां तक कि रतन टाटा ने सायरश मिस्त्री को भी यही कहा था कि ‘कभी भी रतन टाटा बनने की कोशिश मत करना’.
  • दूसरों की नकलकरने वाले व्यक्ति थोड़े समय के लिए सफलता तो प्राप्त कर सकते हैं परंतु जीवन में बहुतआगे नहीं बढ़ सकते हैं.
  • अपने जीवन की परिस्थितियों और अपनी प्रतिभाओं के अनुसार अपने लिए अवसरएवं चुनौतियों को चिन्हित करना चाहिए.
  • दूसरे सफल लोगों से इस बात की प्रेरणा लेनी चाहिए कि जब वह व्यक्ति सफल हो सकता है तो मैं क्यों नहीं हो सकताहूं पर प्रेरणा लेते समय आंखों को बंद नहीं कर लेना चाहिए.
  • दुनिया में करोड़ो लोग मेहनत करते हैं फिर भी सबको भिन्न-भिन्न परिणाम प्राप्त होते हैं. इस सब के लिए मेहनत करने का तरीका जिम्मेदार है इसलिए व्यक्ति को मेहनत करने के तरीके में सुधार करना चाहिए.
  • पेड़ काटने के पूर्व कुल्हाड़ी की धार देखने की आवश्यकता होती है इसलिए जब आठ घंटेमें पेड़ काटना हो तो छः घंटे कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाने परसफलता प्राप्त होने के अवसर बढ़ जाते हैं.
  • किसी भी कार्य को निर्धारित समय सीमा में ही पूरा करना चाहिए और वो ही कार्य करना चाहिए जिसमें पूर्ण आनन्द की प्राप्ति हो.

उम्मीद है कि आपको दिए गए ‘रतन टाटा के टिप्स’ आपके व्यापार और अन्य काम के लिए सफल साबित होंगे.


Read more:

अमीर बनने की चाहत रखने वालो के लिए क्यों है दिसंबर का महीना खास


खरबों की मालकिन नीता अंबानी अपने बच्चों को जेब खर्च के लिए देती थी पांच रुपए!


खरबपति का मुकाम किसी खैरात में नहीं मिला !!

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh