Menu
blogid : 318 postid : 885392

आपके फटे-पुराने नोटों को ऐसे किया जाता है नष्ट

अर्थ विमर्श
अर्थ विमर्श
  • 173 Posts
  • 129 Comments

नोट एक हाथ से दूसरे, दूसरे से तीसरे और फिर इसी तरह अन्य हाथों में जाती रहती है. हाथ से हाथों के इस सफ़र में नोटों पर कई लोग अपना नाम, फोन नंबर इत्यादि लिख देते हैं. लगातार हाथ बदलते ये नोट मुड़ी-तुड़ी और पुरानी दिखने लगती है. अत्यधिक मुड़ने के कारण कई बार ये नोट फट जाती है. कई लोग फटे-पुराने चिपका कर चला लेते हैं. हालांकि, भारत का शीर्षस्थ रिज़र्व बैंक “नोट रिफंड रूल” के तहत फटे-पुराने नोटों को बदलने की सुविधा देती है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि बैंकर्स बैंक इन नोटों का क्या करता है?



old notes1


नोट बदलने के लिये केंद्र

रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ऐसे नोटों को बदलने के लिये महत्तवपूर्ण स्थानों पर कुछ केंद्र बनाती है जिसे सामान्य रूप से “करेंसी चैस्ट ब्रांच” कहा जाता है. ऐसे केंद्र सभी बैंकों की शाखाओं में भी होते हैं. इन केंद्रों पर फटे, मटमैले, विकृत नोटों की अच्छे नोटों से अदला-बदली की जा सकती है. ये केंद्र विशेष प्रक्रियाओं के तहत उन नोटों को भी स्वीकार करते हैं जो अत्यधिक जली होने के कारण सामान्य प्रयोग में नहीं लायी जा सकती है.


Read: कभी हॉट सीट पर बैठकर इन लोगों ने बटोरे करोड़ो रूपए, आज कहाँ है?


फटे-पुराने नोटों का विनिमय मूल्य

इन क्षतिग्रस्त नोटों के बदले लोगों को किया जाने वाल भुगतान सिक्कों और दस रूपये के नोटों के जरिये होता है. हालांकि, बदलने के लिये लाये गये वैसे सभी नोट जिससे की गयी छेड़छाड़ सोची-समझी प्रतीत होती है उसकी अदला-बदली से साफ इंकार किये जाने का प्रावधान है.


Read: टॉयलेट से निकली नोटों की गड्डी!


क्या होता है उसके बाद?

जमा कर रखने पर कई कमरों में स्थान घेरने, लाखों भूखों की भूख मिटाने में सक्षम इन नोटों को प्रत्येक वर्ष रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया जला देती थी. आँकड़ों के अनुसार वर्ष 2010-11 में 1,385 करोड़ नोट जिनका मूल्य 1,78,830 करोड़ रूपए आँकी गयी को नष्ट कर दिया गया. पहले देश की मौद्रिक नीति बनाने वाली यह बैंक इन क्षतिग्रस्त नोटों को जला देती थी. हालांकि, इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को देखते हुए अब इन फटे-पुराने संग्रहित नोटों का उपयोग कलम रखने के स्टैंड, पेपर वेट आदि बनाने में किया जाता है.Next….


Read more:

जेल जाने से बचना है तो कभी न करें रेल में ये 10 गलतियां

एक भारतीय जिसने सरकारी कोष में दान किए पाँच टन सोना

9,000 रूपये के इस अंतर्वस्त्र से करायी गयी परीक्षाओं में नकल




Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh